जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) :: 43000 में हो जाएगा MBBS

 जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) ::43000 में हो जाएगा MBBS


NEET 2025: AIIMS की टक्‍कर है ये मेडिकल कॉलज, मिल गया एडमिशन, तो सिर्फ 43000 में हो जाएगा MBBS

NEET Exam, MBBS Admission: अगर आप एमबीबीएस करने का सपना देख रहे हैं, तो हम आपको एक ऐसे कॉलेज के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां आप 50 हजार से कम फीस में एमबीबीएस की डिग्री ले सकते हैं, बशर्ते कि आपकी नीट परीक्षा में रैंकिंग अच्‍छी हो.

✔AIIMS की टक्‍कर है ये मेडिकल कॉलज, सिर्फ 43000 में हो जाएगा MBBS

✔NEET 2025, NEET Exam, MBBS Admission: एमबीबीएस की कितनी फीस लगती है?

(JIPMER) हाइलाइट्स

⚡ JIPMER पुडुचेरी प्रमुख मेडिकल कॉलेज है.

⚡ JIPMER में MBBS की फीस पहले वर्ष ₹13,400 है.

⚡ NEET में उच्च रैंकिंग से JIPMER में एडमिशन संभव.

NEET Exam, MBBS Admission: 10वीं 12वीं से ही तमाम स्टूडेंट्स डॉक्‍टर बनने का सपना देखने लगते हैं. सबका ख्‍वाब (MBBS) एमबीबीएस डॉक्‍टर बनने का होता है. देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए हर साल नेशनल टेस्‍टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट)कराई जाती है, जिसमें लाखों की संख्‍या में उम्‍मीदवार बैठते हैं. पिछले साल ही नीट (NEET) 2024 परीक्षा में कुल 24,06,079 उम्मीदवारों ने रजिस्‍ट्रेशन कराया था. इनमें से 23,33,297 ने नीट की परीक्षा दी थी.

💥ऐसे में हर कोई चाहता है कि उसे अच्‍छा कॉलेज मिल जाए सबकी चाहत होती है. एनआईआरएफ रैंकिंग (NIRF Ranking) में नंबर 1 एम्‍स (AIIMS) जैसे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल जाए, जिससे कम से कम पैसों में एमबीबीएस हो जाए. आज हम आपको एक ऐसे ही मेडिकल कॉलेज के बारे में बताने जा रहे हैं जो एम्‍स की टक्‍कर का है और कई बार टॉपर एम्‍स छोड़कर यहां एडमिशन ले लेते हैं. यहां की फीस भी काफी कम है.

  • JIPMER Admission: इस मेडिकल कॉलेज का नाम है जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER).यह कॉलेज पुडुचेरी में है. इस कॉलेज की गिनती भारत के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में की जाती है. एनआईआरएफ रैंकिंग में यह कॉलेज देश भर में पांचवे स्‍थान पर आता है. नीट यूजी 2023 टॉपर प्रभंजन जे ने एम्‍स छोड़कर इसी कॉलेज में दाखिला लिया था, हालांकि उन्‍होंने यहां एडमिशन इसलिए लिया था कि वह तमिलनाडु के ही रहने वाले थे. नीट में उनका स्‍कोर 720 में 720 था. ऐसे में इस कॉलेज में एडमिशन मिलना भी उतना आसान नहीं होता.

JIPMER Admission MBBS Admission: कैसे होता है एडमिशन?

  • JIPMER में MBBS कार्यक्रम में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में हाइ रैंकिंग होनी जरूरी है. NEET के स्‍कोर के आधार पर ही इस कॉलेज में अखिल भारतीय कोटा (AIQ) के तहत सीटें आवंटित की जाती हैं.जो भी अभ्‍यर्थी इस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हों उनका NEET में अच्‍छा स्कोर होना चाहिए,क्योंकि यहां का कटऑफ रैंक हर साल बदलती रहती है.

JIPMER MBBS Admission:  कितनी रहती है कटऑफ रैंकिंग

  • JIPMER में एमबीबीएस में एडमिशन के लिए नीट परीक्षा में सामान्य श्रेणी (GN) के लिए अंतिम रैंक 269 (स्कोर: 700), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)के लिए अंतिम रैंक 592 (स्कोर:693), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)के लिए अंतिम रैंक 1576 (स्कोर: 680), अनुसूचित जाति (SC)के लिए अंतिम रैंक 3985 (स्कोर: 663), अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए अंतिम रैंक 11584 (स्कोर:635) रहती है.

JIPMER MBBS Fees: कितनी लगती है MBBS की फीस

  • जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER)में एमबीबीएस की फीस काफी लगती है. यहां नीट में अच्‍छा कट ऑफ होने पर एडमिशन मिलता है. यहां एमबीबीएस की एडमिशन फीस ₹5,000 लगती है.शैक्षणिक शुल्क (प्रति वर्ष) ₹1,400, स्‍टूडेंट फीस (प्रति वर्ष) ₹2,000, स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम (प्रति वर्ष) ₹2,000, कॉशन डिपॉजिट ₹3,000 (यह वापसी योग्य है). कुल मिलाकर एमबीबीएस में पहले वर्ष लगभग ₹13,400 का भुगतान करना होता है, जिसमें से ₹3,000 कॉशन डिपॉजिट है. दूसरे वर्ष से, लगभग ₹7,400 प्रति वर्ष का शुल्क होता है.

Popular Posts